बताओ क्या ही मिलता है यहाँ दस पाँच रूपयों में

  - Kuldeep Tripathi KD

बताओ क्या ही मिलता है यहाँ दस पाँच रूपयों में
दुआएँ दे के जाती थीं हमारे हाथ में मौसी

लगा रहता हूँ उससे कॉल पर दिन रात मैं ऐसे
लगीं हो कॉल पर जैसे कि माँ के साथ में मौसी

  - Kuldeep Tripathi KD

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