"एक्सपेक्टेशन" - ZARKHEZ

"एक्सपेक्टेशन"

तुमने मुझसे मिल के हमेशा
अपनी ज़रूरत पूरी की है
जब भी दिल उकताया तुम्हारा
तुमने फोन किया है मुझको
हर इक अफ़्सुर्दा लम्हे में
या जब तुम बेज़ार हुई हो
तुमने याद किया है मुझको
और हमेशा की तरह से
मैं इक फोन पे दौड़ा आया
लेकिन जानाँ सौदेबाज़ी
कभी भी यक-तरफ़ा नहीं होती
मेरी ज़रूरत आन पड़ी है
मेरी ज़रूरत पूरी कर दो

- ZARKHEZ
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