ख़यालों में सताने लग गए हो
मुझे तुम याद आने लग गए हो
पलट कर बात यूँ अहद-ए-वफ़ा की
मुझे सिगरेट पिलाने लग गए हो
अभी ग़ुस्से में हो तो बात क्या हो
अमाँ तुम बड़बड़ाने लग गए हो
बड़े मासूम सीधे भोले भाले
हर इक को आज़माने लग गए हो
हवा कर देनी थी जो बात उसको
कहीं दिल में बिठाने लग गए हो
ये कॉफ़ी धुंद वो रात और सर्दी
पता दिल का बताने लगे गए हो
'दिवाकर' सोच लो महँगा पड़ेगा
उसे सर पर चढ़ाने लग गए हो
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