दिल मेरा हैरानी में है - Kefi

दिल मेरा हैरानी में है
आग लगी क्यों पानी में है


लेके जान मिरी कहती वो

इश्क़ तो बस क़ुर्बानी में है
छोड़ गया वो मुझे ये कहके

इश्क़ हुआ नादानी में है
क़िस्सा गो ख़ामोश है लेकिन

कैसा शोर कहानी में है
चेला गुरु बन बैठा है अब

नशा बड़ा कप्तानी में है
राजा को है ये कैसा दुख

ध्यान सभी का रानी में है

- Kefi
0 Likes

More by Kefi

As you were reading Shayari by Kefi

Similar Writers

our suggestion based on Kefi

Similar Moods

As you were reading undefined Shayari