Manu Sharma

Manu Sharma

@Manuz

Manu Sharma shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Manu Sharma's shayari and don't forget to save your favorite ones.

Followers

0

Content

2

Likes

0

Shayari
Audios
  • Nazm
तेरी हंसी
तेरा अल्हड़पन
सोचता हुँ
जब बर्फ पिघलती होगी
किसी पहाड़ की चोटी पर
बन के नदी
जब बहती होगी
वो पहले तुम से
मिलती होगी

बेफिक्री में
बनाती होगी
अपना रास्ता
जैसे तुम खोई
हुई रहती हो
खुद में ही

शायद उम्र का
कोई पड़ाव
तेरी ज़िन्दगी में
उन मैदानों सा होगा
जो ठहराव
की लकीरें
तेरे हाथों में
बना देगा

मैं इन पलों को
सहेजना चाहता हुँ
पढ़ना चाहता हुँ
तेरी आँखों को
तेरे चेहरे पर
आने वाले
हर भाव को
और उन
लकीरों को भी
जिन्हें
जाने अनजाने में
तुम ने
अपनी उम्र के
उतार- चढ़ावों में
उकेर लिया होगा

मैं रंग सा
तुझ में घुल जाना
चाहता हुँ
तुझे समेट लेना चाहता हूँ
खुद में
जबकि मुझे पता है
तेरे होने से ही
मेरा होना है
"मनुज"
Read Full
Manu Sharma
0 Likes