Ali Akbar Mansoor

Ali Akbar Mansoor

@ali-akbar-mansoor

Ali Akbar Mansoor shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Ali Akbar Mansoor's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
हिज्र बना आज़ार सफ़र कैसे कटता
इश्क़ के रोग हज़ार सफ़र कैसे कटता

धूप का बोझ सरों पर आख़िर आन गिरा
ख़त्म हुए अश्जार सफ़र कैसे कटता

क्या बतलाएँ अपनी ख़ाली झोली में
साँसें थीं दो-चार सफ़र कैसे कटता

देखते देखते नज़रों से मादूम हुए
रस्तों के आसार सफ़र कैसे कटता

पीछे बेहिस दिन के ख़ौफ़ था और आगे
रात की थी दीवार सफ़र कैसे कटता

अपना बोझ उठा कर अपने काँधों पर
चलना था दुश्वार सफ़र कैसे कटता

आँखें थीं वीरान नज़र कैसे आता
दिल तो था बीमार सफ़र कैसे कटता

नंगे पाँव धूप में चलते रहने की
कोशिश थी बेकार सफ़र कैसे कटता

कुछ तो जज़ीरे बीनाई से ओझल थे
नाव थी बे-पतवार सफ़र कैसे कटता

इक दूजे के संग अड़ी थीं सब कूजें
टूट गई फिर डार सफ़र कैसे कटता
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Ali Akbar Mansoor