Ambar Abid

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@ambar-abid

Ambar Abid shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Ambar Abid's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
फ़ैसला कोई मिरे हक़ में हुआ है शायद
मौसम-ए-गुल मिरे आँगन में रुका है शायद

मुद्दतों बा'द किया राब्ता उस ने तो लगा
उस को एहसास-ए-पशेमानी हुआ है शायद

आओ इक बार किताबों को खंगाला जाए
फूल जो उस ने दिया था वो रखा है शायद

नग़्मा-ज़न तार-ए-नफ़स में हैं उसी की यादें
धड़कनों में भी वही बोल रहा है शायद

उस से पहले सा रवाबित में तसलसुल न रहा
दरमियाँ दोनों के अब कोई ख़ला है शायद

वक़्त-ए-रुख़्सत भी न चेहरे पे शिकन थी उस के
साफ़ ज़ाहिर था वो कुछ सोच चुका है शायद

रतजगे करवटें बेचैनी उदासी उलझन
उस की यादों का वरक़ कोई खुला है शायद

मुज़्तरिब कितने ही सज्दे हैं जबीं पर मेरी
मा'बद-ए-इश्क़ में वो जल्वा-नुमा है शायद

वादी-ए-जिस्म बुरूदत से दहक उठी है
फ़स्ल-ए-बाराँ की हवाओं ने छुआ है शायद

बारहा मुश्किलें हो जाती हैं आसाँ 'अम्बर'
तेरे हक़ में भी किसी लब पे दुआ है शायद
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