Badr Mohammadi

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@badr-mohammadi

Badr Mohammadi shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Badr Mohammadi's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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Shayari
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  • Ghazal
तुम्हारी याद यूँ एहसास-ए-तन्हाई बढ़ाती है
कि जैसे क़ीमतें चीज़ों की महँगाई बढ़ाती है

नज़र आती है दुनिया ख़ूबसूरत देख कर तुम को
तुम्हारी दीद इन आँखों की बीनाई बढ़ाती है

किसी की आँखों में ग़र्क़ाब हो कर हम ने ये जाना
नदी की क़द्र-ओ-क़ीमत उस की गहराई बढ़ाती है

अगर दिल हो कुशादा तो ख़ुशी रहती है चेहरे पर
घरों की रौनक़ें जिस तरह अँगनाई बढ़ाती है

मोहब्बत में इज़ाफ़े से मियाँ हुशियार ही रहना
ये ऐसी नेक-नामी है जो रुस्वाई बढ़ाती है

क़यामत है नहीं कुछ देखता अपने सिवा कोई
ये दुनिया किस लिए फिर बज़्म-आराई बढ़ाती है

मुलाक़ातों से कोई 'बद्र' है गुमनाम सा लेकिन
मिरी गोशा-नशीनी ही शनासाई बढ़ाती है
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Badr Mohammadi