Dr. Ahmar Rifai

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@dr-ahmar-rifai

Dr. Ahmar Rifai shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Dr. Ahmar Rifai's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
एहसास पे छाया है इक एहसास-ए-गराँ और
अब दिल भी धड़कता है तो होता है गुमाँ और

अल्लाह रे आशुफ़्तगी-ए-शौक़ का आलम
करते हैं वो पुर्सिश तो गुज़रता है गुमाँ और

थमती ही नहीं जोशिश-ए-जज़्बात-ए-मोहब्बत
कहते हैं कुछ उन से तो बहकती है ज़बाँ और

इक रब्त बहर-हाल है उस राहत-ए-जाँ से
बढ़ता है तो बढ़ने दो अभी दर्द-ए-निहाँ और

शायद कि अभी ख़त्म नहीं सिलसिला-ए-शौक़
नज़रों में है इक मंज़िल-ए-बेनाम-ओ-निशाँ और

वाक़िफ़ हैं वो ख़ुद अपने हर अंदाज़-ए-सितम से
हम कैसे कहें दिल में हैं ज़ख़्मों के निशाँ और

क्या क़हर है मजबूरी-ए-आदाब-ए-मोहब्बत
लेते हैं तिरा नाम तो रुकती है ज़बाँ और

'अह्मर' तपिश-ए-शौक़ सलामत है कि पहरों
रह रह के अभी दिल से जो उठता है धुआँ और
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