Hafeez Tabassum

Hafeez Tabassum

@hafeez-tabassum

Hafeez Tabassum shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Hafeez Tabassum's shayari and don't forget to save your favorite ones.

Followers

0

Content

2

Likes

0

Shayari
Audios
  • Nazm
कल मेरी दो नज़्में बाज़ार गईं
जो जुड़वाँ बहनें थीं
मगर वापस नहीं लौटीं
इन दिनों कर्फ़्यू के बाइ'स
खुले-आम घूमना ममनूअ' था
लेकिन मैं ने दिन की रफ़्तार से तेज़ भागते हुए
शहर का चक्कर काटा
रात के साए के डर से
मस्जिदों में एलान करवाए गए
मगर दहशत के बिस्तर में दुबके लोग
कुछ नहीं जानते
किस की फटी एड़ियों से रिसता ख़ून
लकीरें खींच रहा है

आख़िर अफ़्सुर्दगी से दीवार में लगा टी वी आन किया
सुपरमार्केट धमाके से उड़ा दी गई
मैं भागता जा-ए-वक़ू'अ पहुँचा मगर
पानी से मौत के निशान
गटर में बहाए जा चुके थे

अब बे-यक़ीनी के सिगरेट फूँकता
क़ब्रों के पास बैठा हूँ
जहाँ बम धमाके में मिरी रूहें दफ़्न हैं
मगर मेरी नज़्मों की क़ब्र कौन सी है
कि मिट्टी के चेहरे से पहचान मुमकिन नहीं
और मैं
मरने से पहले कतबा लगाना चाहता हूँ
यहाँ गुनहगार शाइ'र की बे-गुनाह नज़्में दफ़्न हैं
Read Full
Hafeez Tabassum
0 Likes
0 Likes