Kaleem Qaisar Balrampuri

Kaleem Qaisar Balrampuri

@kaleem-qaisar-balrampuri

Kaleem Qaisar Balrampuri shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Kaleem Qaisar Balrampuri's shayari and don't forget to save your favorite ones.

Followers

0

Content

11

Likes

1

Shayari
Audios
  • Ghazal
वही ज़माना वही माह-ओ-साल ओढ़े हैं
बहुत दिनों से तुम्हारा ख़याल ओढ़े हैं

शुआ-ए-महर ने मुझ से कहा ब-वक़्त-ए-शाम
उरूज वाले यहाँ सब ज़वाल ओढ़े हैं

अदब से बैठिए आ कर के हम फ़क़ीरों में
यहाँ के टाट-नशीं सब कमाल ओढ़े हैं

सजाए बैठे हैं वो तोहमतें ज़बानों पर
और एक हम हैं कि अब तक मिसाल ओढ़े हैं

ख़ुदा बचाए उन्हें जनवरी की ठंडक से
जो शीत-लहरी ग़रीबों के लाल ओढ़े हैं

उन्हें मैं क़ौम का क़ाइद तो कह नहीं सकता
वो भेड़िये हैं जो भेड़ों की खाल ओढ़े हैं

हमारे नाम न माज़ी न कोई मुस्तक़बिल
हम अपनी हालत-ए-ख़स्ता पे हाल ओढ़े हैं

फटी क़मीज़ दिखाई न दे कहीं 'क़ैसर'
इसी लिए तो ये रंगीन शाल ओढ़े हैं
Read Full
Kaleem Qaisar Balrampuri