M. J. Khalid

M. J. Khalid

@m-j-khalid

M. J. Khalid shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in M. J. Khalid's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
आँसू पीना और मुस्काना अच्छा लगता है
चट्टानों से सर टकराना अच्छा लगता है

नीली पोशाकों में बादल प्यारे लगते हैं
बर्फ़-महल में आना जाना अच्छा लगता है

बर्फ़ के तोदे रहते हैं मसरूफ़ शरारत में
पर्बत का ये खेल पुराना अच्छा लगता है

मुस्तक़बिल के मंज़र-नामे लिखता रहता हूँ
फिर भी अपना शे'र पुराना अच्छा लगता है

चाँद को बाँहों में भर कर मैं हँसता रहता हूँ
चाँद कहे है ये दीवाना अच्छा लगता है

तन के बागीचों में जब एहसास महकते हैं
सूरज का उगना ढल जाना अच्छा लगता है

लोग बुलाते हैं उस को जब मेरे हवाले से
चौंकना उस का और शर्माना अच्छा लगता है

जिस के पस-मंज़र में उजली उजली धूप हो कोई
ऐसे मंज़र का ठुकराना अच्छा लगता है

शम-ए-फ़रोज़ाँ की सूरत अल्फ़ाज़ हैं 'ख़ालिद' जी
लहजा ये जाना-पहचाना अच्छा लगता है
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