Naeem Faraz

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@naeem-faraz

Naeem Faraz shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Naeem Faraz's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
बेवा माँ को ख़ून के आँसू रुलाते हैं चराग़
छोड़ कर बस्ता किताबें जब कमाते हैं चराग़

सोने चाँदी ताँबे पीतल से बनाना फ़न नहीं
अहल-ए-फ़न हैं जो कि मिट्टी से बनाते हैं चराग़

आज भी मेरे वतन के छोटे छोटे गाँव में
शाम होते ही बड़े बूढ़े लगाते हैं चराग़

कश्तियाँ रस्ते से हट जाएँ न तूफ़ाँ के सबब
हम अँधेरों में लब-ए-साहिल जलाते हैं चराग़

देवता भी आरती का ख़ूब लेते हैं मज़ा
हुस्न वाले थालियों में जब सजाते हैं चराग़

बे-तहाशा जज़्बा-ए-उल्फ़त में लग जाती है आग
वो हिनाई दस्त-ए-नाज़ुक से जलाते हैं चराग़

तन के उजले मन के काले लोग ये करते हैं काम
ख़ुद नहीं रखते तो औरों के बुझाते हैं चराग़

वक़्त-ए-रुख़्सत अश्क-ए-लर्ज़ीदा से पलकों पे 'फ़राज़'
सुब्ह-दम तारों के जैसे झिलमिलाते हैं चराग़
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Naeem Faraz