Sameena Rahmat Manal

Sameena Rahmat Manal

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Sameena Rahmat Manal shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Sameena Rahmat Manal's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
मौत को थामेंगे सदमे में नहीं आएँगे
ज़िंदगी हम तेरे हिस्से में नहीं आएँगे

हम को तफ़तीश का हक़ है वो करेंगे पूरी
अब के हम आप के झाँसे में नहीं आएँगे

हम बिखरते हुए मोती हैं हमें मत चुनिए
हम कभी वक़्त के धागे में नहीं आएँगे

हम को क्या आप को दावा है ख़ुदाई का अगर
हम कभी आप के कहने में नहीं आएँगे

हम बड़े शहर के बासी भी हैं मग़रूर भी हैं
हम कभी आप के क़स्बे में नहीं आएँगे

अश्क बन के तेरी पलकों पे सजेंगे लेकिन
अक्स बन के तेरे चश्मे में नहीं आएँगे

हम गुज़ारे हुए लम्हों में ठहर जाएँगे
हम गुज़रते हुए लम्हे में नहीं आएँगे

रात को लूटते फिरते हैं जो लोगों का सुकूँ
वो कभी दिन के उजाले में नहीं आएँगे

हम सा तुम कोई बना पाओ ये मुमकिन ही नहीं
हम किसी बख़्त के साँचे में नहीं आएँगे

हम कि वो ख़स्ता मकान हैं जो गिरा चाहते हैं
हम तेरे शहर के नक़्शे में नहीं आएँगे

ये जो अफ़्लाक के आँसू हैं दिखावे के हैं बस
हम तो बारिश के बरसने में नहीं आएँगे

ज़िंदगी तूने वफ़ा की न निभाई जिन से
वो कभी तेरे भरोसे में नहीं आएँगे
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Sameena Rahmat Manal