Tabish Siddiqui

Tabish Siddiqui

@tabish-siddiqui

Tabish Siddiqui shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Tabish Siddiqui's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
इक उम्र हुई और मैं अपने से जुदा हूँ
ख़ुशबू की तरह ख़ुद को सदा ढूँड रहा हूँ

हर लम्हा तिरी याद के साए में कटा है
थक थक के हर इक गाम पे जब बैठ गया हूँ

तू लाख जुदा मुझ से रहे पास है मेरे
तू गुम्बद-ए-हस्ती है तो मैं इस की सदा हूँ

हर साँस तिरी बाद-ए-सहर का कोई झोंका
मैं फूल नहीं और तिरे रस्ते में खिला हूँ

तस्वीर की हर नोक पलक है मिरे ख़ूँ से
इक रंग हूँ मैं और तिरे ख़्वाबों में घुला हूँ

हर साँस चली आती है जाँ हाथ में ले कर
मैं सोचता हूँ मैं भी कोई कोह-ए-निदा हूँ

ज़िंदा हूँ कि मरना मिरी क़िस्मत में लिखा है
हर रोज़ गुनाहों की सज़ा काट रहा हूँ

इक आलम-ए-तन्हाई है कुछ देखा हुआ सा
शायद कि मैं अपने ही बयाबाँ में खड़ा हूँ

ये हाल मिरा मेरी मोहब्बत का सिला है
जो अपने ही दामन से बुझा हो वो दिया हूँ

तू चाँद है मैं चाँद का अंजाम-ए-सफ़र हूँ
आँखों में तिरी दूर कहीं डूब गया हूँ

रुस्वा हूँ मगर ख़ुद से छुपा फिरता हूँ 'ताबिश'
अपने से निहाँ सारे ज़माने पे खुला हूँ
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Tabish Siddiqui