Umang Bali

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Umang Bali shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Umang Bali's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
रहे ख़िराम सलामत नदी के धारों का
निकल न जाए कहीं दम मगर किनारों का

था इज़्तिराब-ओ-तमन्ना-ए-दीद गुल का करम
बहुत कठिन था सफ़र वर्ना ख़ारज़ारों का

सता रही है दिल-ए-शब को कल के चाँद की याद
उड़ा उड़ा सा है कुछ आज रंग तारों का

जो ख़ुश है एक तो उस की वफ़ा के चर्चे हैं
दुखाए दिल वो जहाँ में भले हज़ारों का

यही है लुत्फ़ तो फिर जौर किस को कहते हैं
न समझा कोई भी मतलब तिरे इशारों का

तन-ए-बरहना हो जैसे लिबास का मुहताज
हुआ है शे'र भी मरहून इस्तिआरों का

उसे तो हुस्न की हुरमत का पास था इतना
कि काएनात मुअम्मा है पर्दा-दारों का

हो इब्तिला से जहाँ आशिक़ी की पैमाइश
तो क्या अजब हो वहाँ जोश बे-क़रारों का
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