Naeem Zarrar Ahmad

Naeem Zarrar Ahmad

@naeem-zarrar-ahmad

Naeem Zarrar Ahmad shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Naeem Zarrar Ahmad's shayari and don't forget to save your favorite ones.

Followers

0

Content

29

Likes

0

Shayari
Audios
  • Ghazal
  • Nazm
मंज़िल है तो इक रस्ता-ए-दुश्वार में गुम है
रस्ता है तो पेच-ओ-ख़म-ए-दिलदार में गुम है

जिस दीन से मिलता था ख़ुदा ख़ाना-ए-दिल में
मुल्ला के सजाए हुए बाज़ार में गुम है

अज्ज़ा-ए-सफ़र वर्ता-ए-हैरत में पड़े हैं
रफ़्तार अभी साहिब-ए-रफ़्तार में गुम है

साइल हैं कि उमडे ही चले आते हैं पैहम
वो शोख़ मगर अपने ही दीदार में गुम है

वो हुस्न-ए-यगाना है कोई शहर-ए-तिलिस्मात
हर शख़्स जहाँ रस्तों के असरार में गुम है

अश्ख़ास के जंगल में खड़ा सोच रहा हूँ
इक नख़्ल-ए-तमन्ना उन्ही अश्जार में गुम है

या हुस्न है ना-वाक़िफ़-ए-पिंदार-ए-मोहब्बत
या इश्क़ ही आसानी-ए-अतवार में गुम है

ऐ काश समझता कोई पस-मंज़र-ए-पैग़ाम
दुनिया है कि पैराया-ए-इज़हार में गुम है
Read Full
Naeem Zarrar Ahmad

LOAD MORE