दिल को अभी करार है
ग़म आजकल फरार है
कोई भी आता जाता है
दिल में कहीं दरार है
महँगी बड़ी है कैफियत
सपने पड़े उधार है
मेरी जो सिर्फ यार थी
उस को मुझी से प्यार है
पूछा जो हाल उस ने है
कह दो कि अब सुधार है
तस्वीर थी तिरी जहाँ
अब बस वहाँ दीवार है
ये जिंदगी है बे - वफा
जीना यहाँ खुमार है
कहते तुझे शराब क्यूँ
ये लोग सब बिमार है
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