चूमकर लब बता दिया उसने
इश्क़ का ढब बता दिया उसने
ना-समझ लड़की को मुहब्बत से
क्या मुतय्यब बता दिया उसने
अपनी बाहों में ले के पूछा है
और फिर सब बता दिया उसने
जिस्म के वो सभी सवालों का
सारा मतलब बता दिया उसने
सो गई थी मैं उसकी बाहों में
आज की शब बता दिया उसने
As you were reading Shayari by Arohi Tripathi
our suggestion based on Arohi Tripathi
As you were reading undefined Shayari