पामाल रस्ते और ही दुश्वार होते दिल मेरे
इश्क़-ए-सफ़र में ख़ूब ही दीदार होते दिल मेरे
फ़ितरत कोई भी हो मगर दिलदार भी मिलते कभी
उन में बसे भी तो कई किरदार होते दिल मेरे
थोड़ा भरोसा उन पे भी करना हमें है हम-नवा
अपने क़रीबी भी बहुत दरकार होते दिल मेरे
मुश्किल घड़ी मे हम-नफ़स पहले खड़े होते सभी
साथी पुराने साथ में हर बार होते दिल मेरे
अक्सर रह-ए-उल्फ़त कहाँ होती सियासत में कभी
ऐ दाँव होता तो हमीं सरकार होते दिल मेरे
हर दिन 'मनोहर' ख़ास जब होते सभी के ही लिए
सप्ताह में क्यूँ सात दिन इतवार होते दिल मेरे
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