कश्मीर हिंद का है वो ये मान तो गया

  - Nityanand Vajpayee

कश्मीर हिंद का है वो ये मान तो गया
बेईमानियों का उसका वो उनवान तो गया

धारा की धार से जो कतरने की थी फ़िराक़
कुछ शातिरों की चाल का अरमान तो गया

मेवाड़ के प्रताप सतारा के शिव की चोट
वो वीर छत्रसाल को पहचान तो गया

हक़ आम आदमी का जो था छीने नामुराद
आतंकियों का सरग़ना बुरहान तो गया

आवाम ख़ुश विकास लगा दौड़ने वहाँ
कुनबा-ए-शेख़ मुफ़्ती का फ़रमान तो गया

मैं 'नित्य' देखता हूँ यहाँ फाड़ फाड़ आँख
अलगाववाद वाला वो रूझान तो गया

  - Nityanand Vajpayee

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