तुम भी थे बेक़रार अभी कल की बात है
थे कितने दिल-फ़िगार अभी कल की बात है
छाया हर एक पल था दिल-ओ-जाँ पे आपकी
वो इश्क़ का ख़ुमार अभी कल की बात है
ठुकरा के मेरी जाँ ने मेरी जाँ निकाल दी
ज़िंदा था मैं भी यार अभी कल की बात है
मैं था तुम्हारे प्यार में डूबा यूँ सुब्ह-ओ-शाम
तुम मुझमें थे शुमार अभी कल की बात है
हम रूह पर मिटे थे तुम्हीं जिस्म पर गए
अब क्यों हो सोगवार अभी कल की बात है
भटकन न मिट सकी है मेरे दिल की आज तक
टूटा ये तार-तार अभी कल की बात है
उड़ता था तोड़ फोड़ दयारों को कर फ़ना
तूफ़ान का ग़ुबार अभी कल की बात है
इस बर्फ़ की तहों में कोई झील दब गई
मीठी थी बेशुमार अभी कल की बात है
हम 'नित्य' हैं तड़पते तेरी दीद के लिए
तुमने किया किनार अभी कल की बात है
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