आगही को इश्क़ की सौग़ात होनी चाहिए - Rakesh Mahadiuree

आगही को इश्क़ की सौग़ात होनी चाहिए
प्यार करना है तो पहले बात होनी चाहिए

जिस तरह मैंने गुज़ारी ज़िंदगी को धूप में
चार- छे परियाँ तो मेरे साथ होनी चाहिए

हमने तेरी याद में सौ गीत लिक्खे जान-ए-जाँ
आसमाँ से फूलों की बरसात होनी चाहिए

इश्क़ को अंजाम तक लाने में हम ये जाने हैं
जान देने के लिए औक़ात होनी चाहिए

मिल रहे हैं दो तरसते बाँह इक मुद्दत के बाद
झीनी-झीनी ही सही बरसात होनी चाहिए

जिस तरह से चाहा तूने उसको ही उसके बिना
लड़की वो राकेश तेरे साथ होनी चाहिए

- Rakesh Mahadiuree
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