किसे फुर्सत-ए-माह-ओ-साल है, ये सवाल है
कोई वक़्त है भी कि जाल है, ये सवाल है
ना है फिक्र-ए-गर्दिश-ए-आसमां,
ना ख्याल-ए-जां मुझे फिर ये कैसा मलाल है, ये सवाल है
वो सवाल जिसका जवाब है, मेरी ज़िन्दगी
मेरी ज़िन्दगी का सवाल है, ये सवाल है
मैं बिछड़ के तुजसे बलन्दियो पे जो पस्त हो
ये उरूज है की ज़वाल है, ये सवाल है
जिस बूट पे फ़िदा हो गए, जान जिसपे लूटा दी
ये उरूज है की ज़वाल है, ये सवाल है
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