क्या ग्रहण से डर के सूरज झुक गया
हाँ फ़क़त पलभर को सूरज रुक गया
जब लगे चुप रहने जैसा चुप रहो
चुप का मतलब ये नहीं है झुक गया
दोस्त देने कम था पर ऐसा नहीं था
घर से ख़ाली कोई भी भिक्षुक गया
रूठ ने वाला कोई अपना था सो
रूठने से पहले ही मैं झुक गया
मैं चला जाऊँ तो ये मत कहना दोस्त
ध्यान रखता जो कभी इच्छुक गया
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