आना इक रोज़ तुम मगर तन्हा
बात करते हैं बैठ कर तन्हा
ज़द में ले लेती है न जाने क्यों
बेकली मुझको देख कर तन्हा
खोल लेता हूँ आईडी तेरी
यार करता हूँ जब डिनर तन्हा
वो मिले तो उसे बता देना
वो तुम्हारा है हमसफ़र तन्हा
साथ आना नहीं किसी के तू
आना ग़र आना कब्र पर तन्हा
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