बन गई ग़ैर की दुल्हन वो, हुआ ख़त्म अब सब कुछ

  - A R Sahil "Aleeg"

बन गई ग़ैर की दुल्हन वो, हुआ ख़त्म अब सब कुछ
उठ रहे हैं दुआ में अब भी मेरे हाथ जाने क्यों ?

  - A R Sahil "Aleeg"

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