ये फ़िक्र और ये देखभाल उनको जलाने के लिये
हाये हमारा इस्तेमाल उनको जलाने के लिये
और हर पुराने को सबक़ देना ज़रूरी हो गया
लो फिर नया बकरा हलाल उनको जलाने के लिये
वो आ लगे सीने हमारे और नज़र थी ग़ैर पर
पूछा गया था हाल-चाल उनको जलाने के लिये
जी उनकी तस्वीरों तले आशिक़ हैं लिखते शायरी
और दिल की ईमो लाल-लाल उनको जलाने के लिये
अब इश्क़ के खंडर में बस शिकवों का मलबा रह गया
इक याद है और है मलाल उनको जलाने के लिये
जी भी जला जाँ भी जली जल के तकब्बुर ख़ाक है
इक शौक़ में दिल पायमाल उनको जलाने के लिये
अब हर तरह से कीर्ती करना पड़ेगा सब्र ही
तू शुक्र कर या कर मलाल उनको जलाने के लिए
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