शेर सुनने के लिए इरशाद कहते हैं सभी - Manohar Shimpi

शेर सुनने के लिए इरशाद कहते हैं सभी
दाद देते और ज़िंदाबाद कहते हैं सभी

हाँ हमिय्यत के बिना जीना लगे दुश्वार है
हाथ जकड़े और फिर आज़ाद कहते हैं सभी

इक नज़र से जब बदल जाए फ़ज़ा भी हम-नशीं
इसलिए लगता तुम्हें दिल-शाद कहते हैं सभी

कर्ब से जीना क़ज़ा ही है किसी के भी लिए
ऐसे रहने को कहाँ आबाद कहते हैं सभी

आज के सय्याद भी होते बड़े चालाक हैं
ज़ाल फैला के किया बर्बाद कहते हैं सभी

खेल बचपन का मनोहर खेलता ही कौन है
अब खड़े होकर कहाँ तादाद कहते हैं सभी

- Manohar Shimpi
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