महागठजोड़ करके गीदड़ों ने शेर को घेरा - Nityanand Vajpayee

महागठजोड़ करके गीदड़ों ने शेर को घेरा
सियासत के दयारों में जो मारें फेरे पे फेरा

कई पीढ़ी से पीते आ रहे हैं ख़ून जनता का
ये सिंहासन पे फिर से डाल देना चाहते डेरा

जिन्होंने राम भक्तों पर उछलकर गोलियाँ दागीं
उन्हें यह भाँपता है वोट वो पाएँगे बहुतेरा

वही जो लोग कहते थे कि हैं कल्पित सिया-रघुवर
जनेऊ को पहनकर मंदिरों में दे रहे टेरा

कोई हिन्दोस्ताँ का बागबाँ ही आएगा आगे
उठेगा और बनेगा विश्वगुरु तब देश ये मेरा

- Nityanand Vajpayee
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