नहीं ऐसा नहीं है प्यास की शिद्दत नहीं होती
मगर जब पास होते हैं तो बस जुर्रत नहीं होती
किसी से इश्क़ करके हमने भी देखा है ये यारो
बहुत कुछ कह गुज़रते हैं मगर हिम्मत नहीं होती
किसी से कह तो देते हैं तुम्हें हम भूल जाएँगे
मगर फिर भूल जाने की हमें ताक़त नहीं होती
मेरे जब साथ आए हो तो मेरा साथ दो दिलबर
तअल्लुक़ तोड़ कर जाना भी तो चाहत नहीं होती
किसी से दिल लगाना तो बहुत आसान होता है
मगर उसको निभाने की हमें ताक़त नहीं होती
सितारों से झगड़ते हो किताबों से उलझते हो
ज़रा सोचो ये अच्छे लोगों की आदत नहीं होती
मुझे कल इक पुजारी ने बहुत समझा के ये बोला
जो सबसे प्यार करते हैं उन्हें नफ़रत नहीं होती
सफ़र लंबा हो तो इक हम-सफ़र दस्त-ए-सफ़र रखिए
कोई जब साथ होता है तो फिर दिक़्क़त नहीं होती
Read Full