मैं कहाँ सारा ज़माना चाहता हूँ
मैं तो तेरे दिल में आना चाहता हूँ
मुद्दतों से राज़ जो मैंने छुपाया
मैं वो अब तुमको बताना चाहता हूँ
बे-झिझक तुम पास मेरे आ न जाओ
यार मैं अब दिल लगाना चाहता हूँ
जिस गली में लाखों जनता कत्ल हो गईं
मैं उन्हीं गलियों में आना चाहता हूँ
मेरी बातों पे ज़रा सा ध्यान तो दो
मैं तुम्हें कुछ सच बताना चाहता हूँ
देखो मेरे सामने बे-पर्दा आओ
तुमसे मैं नज़रे मिलाना चाहता हूँ
मैंने भी तो दिल की दौलत है कमाई
मैं भी तो दौलत लुटाना चाहता हूँ
तुम भी तो अपना दिवाना चाहते हो
मैं भी तो अपना दिवाना चाहता हूँ
उम्र मैंने काटी है आवारगी में
मैं अभी बस घर बनाना चाहता हूँ
दुनिया वाले दुनिया पाना चाहते हैं
मैं फ़क़त तुमको ही पाना चाहता हूँ
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