मेरा हो कर भी तू मेरा नहीं है
ख़फ़ा मुझ से फ़क़त दुनिया नहीं है
यहाँ जो है हमारे रू-ब-रू है
कहीं पर दूसरी दुनिया नहीं है
मुझे वो सब दिखाई दे रहा है
तेरी आँखों ने जो देखा नहीं है
हमारा जिस्म है हमराह लेकिन
तेरे कूचे से दिल लौटा नहीं है
मुझे आज़ाद पंछी भाते हैं बस
इसी बाइस तुझे रोका नहीं है
भली बातें बुरी लगती हैं तुम को
हमें तो यार कुछ होता नहीं है
यही पीछे यही सम्मुख तुम्हारे
हमारा दूसरा चेहरा नहीं है
जुदा हो कर बहुत रोता है तुझ से
ये दिल दिल है तेरे जैसा नहीं है
मेरे पीछे कोई बैठा नहीं था
मेरे आगे कोई बैठा नहीं है
हमें ठुकरा चुका वो और हम ने
अभी तक यार कुछ सोचा नहीं है
कोई नज़रों से गिर जाए तो सोहिल
दोबारा चाह कर उठता नहीं है
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