अब नए सपने सजाना आपको शादी मुबारक
रात दिन बस मुस्कुराना आपको शादी मुबारक
याद करवाई थी मैंने जो ग़ज़ल मेरी कभी वो
हो सके तो भूल जाना आपको शादी मुबारक
जानता हूँ मन करेगा बात करलें इक दफ़ा बस
फ़ोन लेकिन मत लगाना आपको शादी मुबारक
दूर अब माँ बाप से घर से हमेशा ही रहोगे
वक़्त पर खा लेना खाना आपको शादी मुबारक
आपसे ये इल्तिजा, मैं जब कभी टीवी पे आऊँ
आप चैनल मत हटाना, आपको शादी मुबारक
पूछ ले कोई सहेली क्या हुआ उस इश्क़ का तो
दोष मुझपर ही लगाना आपको शादी मुबारक
आपने शादी रचाई तो मेरी उम्मीद टूटी
शुक्रिया करता दीवाना आपको शादी मुबारक
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