क्यों मुझे कुछ भी यहाँ अच्छा नहीं लगता है अब
सच कहूंँ तो ये जहाँ अच्छा नहीं लगता है अब
उम्र भर हम साथ हैं ये तो न बोलो मुझसे तुम
झूठा वादा जान ए जाँ अच्छा नहीं लगता है अब
हो अगर कुछ काम तो फिर बात भी कर लेंगे हम
इश्क़ का चर्चा मियाँ अच्छा नहीं लगता है अब
कुछ ख़बर अब तक नहीं है जाना है हमको कहाँ
चलना ऐसे राएगाँ अच्छा नहीं लगता है अब
चाँद तारों के बराबर बोला था इक शख्स को
सो चमकता आसमाँ अच्छा नहीं लगता है अब
वक़्त की ही बात है जो मेरे पीछे थे कभी
उनको मेरा कारवाँ अच्छा नहीं लगता है अब
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