दिल दुखाती बात है उसकी यक़ीनन
ख़ाक होना जात है उसकी यक़ीनन
मौत आएगी यहाँ सबकी सुनो पर
इक यही तो मात है उसकी यक़ीनन
यार तोड़ा है मिरा दिल हर किसी ने
देख ये सौग़ात है उसकी यक़ीनन
छाया है अब्र-ए-सियह अब अश्कों का फिर
आँख से बरसात है उसकी यक़ीनन
इक परिंदा क़ैद हो रक्खा था यारो
यार ये इंसात है उसकी यक़ीनन
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