0
Search
Shayari
Writers
Events
Blog
Store
Community
Help
Login
By:
00:00/00:00
Top 10 of
Praveen Sharma SHAJAR
Top 10 of
Praveen Sharma SHAJAR
अच्छा हुआ कि आपसे रिश्ता नहीं गया
वरना तो इस फ़िराक़ में क्या क्या नहीं गया
हर बार दिल पे मेरे क़यामत गिरी मगर
फिर भी मुहब्बतों से भरोसा नहीं गया
मैं हूँ तो दश्त मुझमें ज़रा भी नहीं नमी
कोई मिरे करीब से प्यासा नहीं गया
हमने हक़ीकतें भी सही हैं तेरी निषाद
तुझसे हमारा ख़्वाब भी देखा नहीं गया
Read Full
Praveen Sharma SHAJAR
10
Download Image
0 Likes
मुझको जीने का हौसला दीजे
वरना रिश्तों का फ़ाएदा क्या है
Praveen Sharma SHAJAR
9
Download Image
33 Likes
इश्क़ में पागल हो जाना भी फ़न है दोस्त
और ये दुख की बात है हम फ़नकार नहीं
Praveen Sharma SHAJAR
8
Download Image
23 Likes
बदन बदन सफ़र किया मुहब्बतों की आस में
घुटन घुटन बसर किया मुहब्बतों की आस में
मुझे ख़बर नहीं कि इश्क़ रूह का है क्या बला
बदन लहू से तर किया मुहब्बतों की आस में
Read Full
Praveen Sharma SHAJAR
7
Download Image
2 Likes
“ख़याल”
मैं ये रोज़ सोचता हूँ
तुमको फ़ोन करूँ लेकिन
एक ख़याल सताता है
तुम से बात जो कर लूँगा
मन हलका हो जाएगा
फिर तुम सादा दिल भी हो
मुझको माफ़ भी कर दोगी
फिर हम बात करेंगे रोज़
मैं उम्मीद लगा लूँगा
फिर इक दिन ऐसा होगा
तुम उस दोस्त के पास में होगी
मैं तन्हा रह जाऊँगा
फिर मुझको रोना होगा
आख़िर में जब रोना है
तो मैंने ये सोचा है
तुमको फ़ोन भी क्यूँ करना
मैं यूँ ही रो लेता हूँ
Read Full
Praveen Sharma SHAJAR
6
2 Likes
अपना लिक्खा और सभी का छोड़ दिया
पल भर लिक्खा और सदी का छोड दिया
जिन पैरों में कुचल के जन्नत मिलनी थी
हमने उन पैरों का रस्ता छोड़ दिया
आज कि सर पर घर की जिम्मेदारी थी
हमने उस डोली का रस्ता छोड़ दिया
हमको सारा शहर तसल्ली देता है
हमने अपने गाँव का घर क्या छोड़ दिया
एक दिन ग़ज़ल लिखी थी दफ़्तर लेट हुआ
फिर क्या बस दफ़्तर का रस्ता छोड़ दिया
तेरे अख़बारों की ख़बरें झूठी हैं
हमने तेरा शहर तो कब का छोड़ दिया
Read Full
Praveen Sharma SHAJAR
5
Download Image
2 Likes
माना कि रात तारों को गिनना अजीब है
लेकिन किसी को नींद न आए तो क्या करे
Praveen Sharma SHAJAR
4
Download Image
4 Likes
मैंने इनको जिया ही नहीं था, मैं तो ग़ज़लें फ़क़त पढ़ रहा था
हाथ में डायरी ध्यान तुम पर, देख कर भी ग़लत पढ़ रहा था
Praveen Sharma SHAJAR
3
Download Image
4 Likes
तू ग़लत है मुझको ये शक नहीं है, अरे नहीं है, सफ़ाई मत दे
यक़ीं था मुझको, तू एक दिन तो यही करेगा, सफ़ाई मत दे
मेरा मामला तेरे ही हाथों अदालतों से बरी हुआ था
मैं जानता हूँ तू कितना अच्छा वकालती है, सफ़ाई मत दे
Read Full
Praveen Sharma SHAJAR
2
Download Image
2 Likes
कहते हैं जिसे लोग इश्क़, प्यार, दर्द है
ख़ुशियाँ हैं इसमें झूठ मेरे यार दर्द है
जिनको ये दर्द ना मिला वो चीखते रहे
जिनको मिला उनके लिए बेकार दर्द है
ऐसा नहीं कि आज हुआ कल नहीं हुआ
ये दर्द है तो दर्द है हर बार दर्द है
Read Full
Praveen Sharma SHAJAR
1
Download Image
1 Like
Get Shayari on your Whatsapp
Top 10 of Similar Writers
Murli Dhakad
komal selacoti
Shadab Shabbiri
NEERAJ SAINI
Aktar ali
anupam shah
Haider Khan
Hemant Sakunde
Aman Kumar Shaw "Haif"
Sandeep dabral 'sendy'