अच्छा हुआ कि आपसे रिश्ता नहीं गया - Praveen Sharma SHAJAR

अच्छा हुआ कि आपसे रिश्ता नहीं गया
वरना तो इस फ़िराक़ में क्या क्या नहीं गया

हर बार दिल पे मेरे क़यामत गिरी मगर
फिर भी मुहब्बतों से भरोसा नहीं गया

मैं हूँ तो दश्त मुझमें ज़रा भी नहीं नमी
कोई मिरे करीब से प्यासा नहीं गया

हमने हक़ीकतें भी सही हैं तेरी निषाद
तुझसे हमारा ख़्वाब भी देखा नहीं गया

- Praveen Sharma SHAJAR
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