ये मोहब्बत का क्या किया मैंने
सबको अपना बना लिया मैंने
रेत पर नाम लिख दिया तेरा
लहर को फिर डरा दिया मैंने
आँख नम थी तो मुस्कुरा बैठा
इस तरह गम छुपा लिया मैंने
एक कश्ती डुबा के बामुश्किल
एक तूफ़ाँ बचा लिया मैंने
उसकी सूरत पे लाख चेहरे थे
एक चेहरा हटा दिया मैंने
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