एक अनोखी आदत डालो बात करो - Abhas Nalwaya Darpan

एक अनोखी आदत डालो बात करो
बातों का इक जाल बिछा लो, बात करो

तुमको बाहर करके अंदर बैठा है,
अंदर से वो खौफ़ निकालो , बात करो

यारों में तकरारें होती रहती हैं
झगड़ा छोड़ो, फ़ोन उठा लो , बात करो

तितली जुगनू फूल परिन्दे देखो तो,
सबको अपने पास बिठा लो, बात करो

तुमसे मुर्दा ख़्वाबों की बू आती है
ख़ामोशी को अब मत पालो, बात करो

मुमकिन है वो तुम जैसी घबराई हो,
उस चिड़िया को दाना डालो, बात करो

इससे पहले कोई मुजरिम ठहरा दे
'दर्पन' अपनी जान बचालो , बात करो

- Abhas Nalwaya Darpan
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