इक मुहब्बत की मात हो गई है

  - Shadab Javed

इक मुहब्बत की मात हो गई है
इक दुल्हन की वफ़ात हो गई है

अब नहीं डूबेगी कोई सोहनी
मेरी दरिया से बात हो गई है

दिल !! मुहब्बत से बाज़ आएगा
तेरी इतनी बिसात हो गई है

एक तस्वीर क्या हटाई गई
मेरे कमरे में रात हो गई है

अब मैं शादाब नाम भर का हूॅं
ज़ात बे मअनी ज़ात हो गई है

  - Shadab Javed

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