हुस्न-कारी की बात करता है - jaani Aggarwal taak

हुस्न-कारी की बात करता है
बे-क़रारी की बात करता है

वो जो है बावला मुहब्बत में
उस भिखारी की बात करता है

जान जाती है बे-ज़ुबाँ की पर
जग शिकारी की बात करता है

मुझ को सीधा समझ के हर कोई
होशियारी की बात करता है

हाथ लेकर के मेरा हाथों में
दुनियादारी की बात करता है

मुस्कुरा कर के बाप बच्चों से
ज़िम्मेदारी की बात करता है

- jaani Aggarwal taak
0 Likes

More by jaani Aggarwal taak

As you were reading Shayari by jaani Aggarwal taak

Similar Writers

our suggestion based on jaani Aggarwal taak

Similar Moods

As you were reading undefined Shayari