अगर मिलती नहीं चाबी तो ताला टूट जाता है
कभी मजबूरियों के हाथों रिश्ता टूट जाता है
तुम्हारे दूर जाने से मैं ऐसे टूट जाता हूँ
बिछड़ कर चाँद से जैसे सितारा टूट जाता है
ख़ुदा-रा इश्क़ मत करना फ़क़त इतनी गुज़ारिश है
दिल-ए-नादाँ मोहब्बत में हमेशा टूट जाता है
दुआओं से नवाज़ा है मिरी माँ ने मुझे ऐसे
भरा हो ज़हर प्याले में तो प्याला टूट जाता है
बहुत कच्चा मकाँ है ये बडी़ कच्ची हैं दीवारें
फ़क़त इक ईंट गिरने से घराना टूट जाता है
इरादा जिसका पक्का हो वो पा लेता है मंज़िल को
भटक जाता है वो जिसका इरादा टूट जाता है
हमेशा जीतना नाज़िम भरोसे को भरोसे से
भरोसा आज़माने में भरोसा टूट जाता है
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