ध्यान इतना ज़रूर रखते हैं
बद-ख़यालात दूर रखते हैं
नूर हम तो ज़रूर रखते हैं
आप पर कोह-ए-नूर रखते हैं
हम बना लेंगे बढ़िया सा माहौल
हम भी भाई सुरूर रखते हैं
दोस्त हम लोग हैं ग़ज़ल वाले
बोलने का शु'ऊर रखते हैं
भले बंदूक़ लाइसेंसी हो
लोग कट्टा ज़रूर रखते हैं
दिल परेशान तब नहीं करता
ख़ुद को जब चूर-चूर रखते हैं
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