मुश्किलों से भरे हालात की इक हद होगी
क्यूँ परेशान हो ख़ुशियों की भी आमद होगी
जब पड़ोसी सड़ी बदबू से परेशाँ होंगे
तब कहीं जा के मेरी लाश बरामद होगी
लिखते रहते हो जो भी उसको तो मानो अभ्यास
जब वो चाहेगा तभी शे'र की आमद होगी
मेरी तक़दीर में दर्दों के सिवा कुछ नहीं है
झूट मत कहिए कि ख़ुशियों की भी आमद होगी
कौन सच्चा है अगर ये नहीं देखा बेटे
आपकी लाश भी टुकड़ों में बरामद होगी
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