खोटे सिक्कों का जब होता है क़ब्ज़ा बाज़ारों पर
ऐब लगाये जाते हैं तब सोने के कल्दारों पर
क़ब्ज़ा है गर मक्कारों का सत्ता के गलियारों पर
कालिख पुतनी तय है तब सीधे सच्चे किरदारों पर
यूँ तो तेरी पिक्चर चिपकाई सबने दीवारों पर
पर सब भागे बस मैं चला तेरी ख़ातिर अंगारों पर
हाथों में दम-ख़म कम था इस कारण से कश्ती डूबी
सच कुछ भी हो पर दोषारोपण होगा पतवारों पर
अवसर आया है अच्छे लोगों को संसद में भेजो
आँच लगी है आने ज़िंदा रहने के अधिकारों पर
जनता के हक़ के बाबत जब सवाल पूछे जाएँगे
तुम भी फ़ौरन तोहमत बाँधोगे पिछली सरकारों पर
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