तुम्हें ख़ुदा से शिकायत कभी न हो दुआ है
तुम्हारे दिल पे क़यामत कभी न हो दुआ है
मुझे पता है के फिर किस तरह गुज़रती है
तिरे नसीब में फुरक़त कभी न हो दुआ है
बिछड़ के जाना के हम है नहीं तिरे काबिल
सो तुम को हम से मोहब्बत कभी न हो दुआ है
लगे न दाग़ कोई आके तेरे दामन पर
के तुझपे कोई भी तोहमत कभी न हो दुआ है
दुआ है हो सदा इलहाम तुमपे खुशीयों का
तुम्हें गमो की बशारत कभी न हो दुआ है
उतर ही जाए नशा जिसका कुछ महीनों में
अब ऐसी तुमको मोहब्बत कभी न हो दुआ है
रहे हमेशा खड़ा तेरे साथ तेरा खुदा
तुम्हें हमारी ज़रूरत कभी न हो दुआ है
Read Full