अकेले जिंदगी का ये सफ़र क्या ही अभी करते

  - Manohar Shimpi

अकेले जिंदगी का ये सफ़र क्या ही अभी करते
जुदाई इश्क़ की कोई ख़बर क्या ही अभी करते

नदारद ही हुआ है जब लगे अक्सर दिलों दिल से
बसा के उस गली में घर उधर क्या ही अभी करते

ज़मीं से जायदादों का बड़ा हैं वास्ता लेकिन
उसी से फ़ायदा सबका न कर क्या ही अभी करते

ख़यालों ही ख़यालों में तफ़क्कुर जब कभी मिलते
बताओ ऐसे रिश्ते को नज़र क्या ही अभी करते

बिना उसके अगर सीखा जिए ये ज़िंदगी कैसे
बना के घर दिल-ओ-दिल में सफ़र क्या ही अभी करते

लुटाया पास का सब कुछ क़रीबी के लिए तो फिर
बताओं चंद पैसों में गुज़र क्या ही अभी करते

'मनोहर' इल्म जब भी हो सितारों सा बताओ फिर
ज़मीं से आसमाँ तक का सफ़र क्या ही अभी करते

  - Manohar Shimpi

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