ख़िज़ाँ में फूल पत्तों का बहुत बेजान होना भी
क़यामत है जमालत में ज़रा नुक़सान होना भी
मुसलसल इस अज़िय्यत था हमारा हार जाना फिर
हमारी हार का उस शहर में एलान होना भी
बड़ा मुश्किल अमल है ये सहूलत से नहीं आता
बहुत दुश्वार दिखना भी बहुत आसान होना भी
मोहब्बत वो बला है तय है जिसमें जान से जाना
सुनो अच्छा नहीं होता किसी की जान होना भी
फ़क़त खामोश रहकर तुम तहम्मुल से गुज़र जाना
किसी के सामने अच्छा नहीं हैरान होना भी
चलो माना ख़ुदा होना बहुत दुश्वार है लेकिन
अगरचे सख़्त मुश्किल है महज़ इंसान होना भी
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