देख के हमको झूठा भी मुस्काते नहीं
थोड़ा सा भी तरस वो हमपे खाते नहीं
प्यार किया था तुमसे दिल बहलाने को
कहते हुए ये बात भी वो शरमाते नहीं
काट सके तो काट ले मुझको सुन ले तू
भौंकने वाले कुत्ते मुझको भाते नहीं
ऐसा अब हम अक़्सर सोचा करते हैं
अगर न करते ऐसा तो पछताते नहीं
बहुत दिनों से नोटिस करके देखा है
कुछ तो है जो मुझसे वो कह पाते नहीं
करम किए हैं तुमने अम्बर बहुत बुरे
तुम जैसों को जन्नत में अपनाते नहीं
Read Full